कैसिनो और गेमिंग सर्विसेज मुहैया कराने वाली डेल्टा कॉर्प (Delta Corp) के लिए दिसंबर तिमाही कुछ खास नहीं रही।
कैसिनो और गेमिंग सर्विसेज मुहैया कराने वाली डेल्टा कॉर्प (Delta Corp) के लिए दिसंबर तिमाही कुछ खास नहीं रही। दिसंबर तिमाही में कंपनी का शुद्ध मुनाफा 59 फीसदी घट गया। कंपनी के लिए पहली तिमाही है जिसे जीएसटी दरों में बदलाव के बाद कंपनी ने पेश किया है। जीएसटी की नई दरों के मुताबिक कंपनी को 28 फीसदी की जीएसटी ग्रॉस गेमिंग रेवेन्यू की बजाय ग्राहकों को बेचे गए क्वॉइन पर कैलकुलेट करनी होती है। कंपनी के वित्तीय सेहत, कंपनी की आईपीओ को लेकर और जीएसटी क्लेम को लेकर इसके सीएफओ (चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर) अनिल मलानी से सीएनबीसी-टीवी18 ने बातचीत की।
इसमें उन्होंने कई खुलासे किए जिनके बारे में नीचे बताया जा रहा है। इस बातचीत के दौरान उन्होंने यह भी कहा कि भारत में कैसिनो कारोबार आगे बढ़ने का कोई अवसर नहीं है और तो वे रियल एस्टेट बिजनेस में कदम रख सकते हैं।
कैसी रही दिसंबर तिमाही और आगे क्या है रुझान
मलानी के मुताबिक डेल्टा कॉर्प को दिसंबर 2023 तिमाही में जो रेवेन्यू मिला, उसका 55 फीसदी को सिर्फ दिसंबर महीने में आया। उन्होंने बताया कि जीएसटी के नए सिस्टम में कंपनी को अपनी स्ट्रैटेजी पर फिर से विचार करना पड़ा क्योंकि क्वॉइन्स पर 28 फीसदी की जीएसट की वसूली शुरुआत में ग्राहकों को रास नहीं आया। इसके अलावा इस बार दिवाली देर से आई तो इसके चलते अक्टूबर और नवंबर में कारोबार पर असर पड़ा।
अब आगे की बात करें तो डेल्टा कॉर्प के सीएफओ का कहना है कि मार्च तिमाही के नतीजे दिसंबर तिमाही की ही तरह होंगे। उनका मानना है कि एक बार सब चीजें सही से हो जाएं तो दिसंबर 2025 तक कंपनी का कारोबार सामान्य हो जाना चाहिए। ग्राहकों को वापस लुभाने के लिए कंपनी ने प्रमोशनल ऑफर पेश किए, जिसका असर बॉटमलाइन और मार्जिन पर पड़ा। डेल्टा कॉर्प का EBITDA मार्जिन सालाना आधार पर 13 फीसदी गिरकर 24.1% पर आ गया। हालांकि मलानी का कहना है कि ये प्रमोशनल ऑफर समय की मांग हैं और फिलहाल बने रहेंगे।
मार्केट कैप से 6 गुना अधिक अटका है जीएसटी क्लेम
डेल्टा कॉर्प की सब्सिडियरीज के इस समय 23 हजार-24 हजार करोड़ रुपये के जीएसटी क्लेम लटके हुए हैं। कंपनी का कहना ह कि इसने तीन सब्सिडियरीज में 677 करोड़ रुपये का इक्विटी निवेश किया है जिस पर जीएसटी क्लेम पेंडिंग है। इसके अलावा कंपनी ने इन्हें करीब 100 करोड़ रुपये शॉर्ट टर्म लोन दिए हुए हैं। हालांकि कंपनी ने इसे लेकर कोई प्रोविजन यानी फंड अलग नहीं किया है। मलानी के मुताबिक जितने भी जीएसटी क्लेम्स हैं, उ्हें एक किया जाएगा और फिर इनकी सुनवाई अगले महीने होगी। क्लेम अमाउंट कितना बड़ा है, इसका अंदाजा इससे लगा सकते हैं कि यह कंपनी के 4000 करोड़ रुपये के मार्केट कैप से करीब 6 गुना अधिक है।
IPO को लेकर क्या है Delta Corp का प्लान
जीएसटी को लेकर नियामकीय अनिश्चितता के बीच डेल्टा कॉर्प ने अपने ऑनलाइन गेमिंग बिजनेस की आईपीओ योजना को फिलहाल रोक दिया है। मलानी का कहना कि बेहतर वित्तीय नतीजे आने पर आईपीओ की योजना फिर से शुरू हो सकती है। डेल्टा कॉर्प की आडवाणी होट्लस एंड रिजॉर्ट्स में 28.2 फीसदी हिस्सेदारी है लेकिन मलानी ने यह खुलासा नहीं किया कि इसमें हिस्सेदारी कब बेची जाएगी। मौजूदा बाजार भाव के हिसाब से डेल्टा कॉर्प की हिस्सेदारी इसमें 142 करोड़ रुपये की है। डेल्टा कॉर्प के शेयरों की बात करें तो BSE पर आज यह 2.42 फीसदी की बढ़त के साथ 154.35 रुपये पर बंद हुआ है।
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