जगुआर लैंड रोवर ओनरशिप वाली कंपनी टाटा मोटर्स शानदार ग्रोथ मिली
टाटा मोटर्स (Tata Motors) की ओनरशिप वाली कंपनी जगुआर लैंड रोवर (JLR) को अक्टूबर से दिसंबर तक शानदार ग्रोथ मिली। इस अवधि के 11 तिमाहियों में उसके थोक आंकड़े सबसे ज्यादा रहे। जिसके चलते 9 जनवरी को टाटा मोटर्स के शेयर्स 52-सप्ताह के उच्चतम 809 रुपए पर पहुंच गए। कंपनी की लग्जरी कार डिवीजन JLR द्वारा फाइनेंशियल ईयर 2024 की दिसंबर तिमाही में एक साल पहले की तुलना में 27% अधिक व्हीकल बेचने के बाद स्टॉक में 2.5% की बढ़ोतरी हुई। मार्च 2020 में ये 70 रुपए पर पहुंच गया था।
मॉर्गन स्टेनली के एनालिस्ट ने कहा कि अगर प्रदर्शन स्थिर रहा तो JLR टाटा मोटर्स के लिए अगला बड़ा री-रेटिंग ड्राइवर हो सकता है। उन्होंने 890 रुपए प्रति शेयर के टारगेट प्राइस के साथ काउंटर पर ओवरवेट रेटिंग शेयर की, जो मौजूदा स्तर से 10% अधिक है। पिछले महीने निफ्टी ऑटो इंडेक्स में 4% की वृद्धि के मुकाबले स्टॉक में 12% से अधिक की वृद्धि हुई है। बता दें कि आज दोपहर 12.45 बजे, स्टॉक नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर टाटा मोटर्स का शेयर 804.35 रुपए पर कारोबार कर रहा था।
मॉर्गन स्टेनली के एनालिस्ट ने कहा कि JLR ने 1.01 लाख यूनिट की थोक बिक्री दर्ज की। ये सालाना आधार पर 27% अधिक है, जो मोटे तौर पर अनुमान के अनुरूप है। रेंज रोवर, रेंजर रोवर स्पोर्ट और डिफेंडर के साथ कंपनी के लिए Q3 काफी मजबूत रहा। जिसकी थोक बिक्री में हिस्सेदारी 62% थी। ब्रोकरेज ने कहा कि कंपनी ने फ्री कैश फ्लो (FCF) पर कोई टिप्पणी नहीं की, लेकिन उसका मानना है कि JLR की FCF गति जारी रहेगी।
फाइनेंशियल ईयर 2014 के लिए JLR की थोक बिक्री अब तक 2.9 लाख व्हीकल की रही है, जो एक साल पहले की अवधि से 28% अधिक है। तीसरी तिमाही के आखिर में 1.48 लाख ग्राहकों के ऑर्डर के साथ ऑर्डर बुक में JLR प्रोडक्ट की मजबूत मांग दिख रही है। साल-दर-साल सभी सेक्टर में रिटेल वॉल्यूम अधिक रही। ये ब्रिटेन में 55%, विदेशों में 49%, चीन में 28%, यूरोप 27%और उत्तरी अमेरिका 6% से ऊपर था।
मोतीलाल ओसवाल के एनालिस्ट ने 900 रुपए प्रति शेयर के टारगेट प्राइस के साथ काउंटर पर खरीद रेटिंग शेयर की है। उन्होंने कहा कि ग्लोबल पैंसेजर व्हीकल की डिमांड में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है। इसमें मजबूत ऑर्डर बुकिंग और अनुकूल प्रोडक्ट मिक्स से JLR की वृद्धि को समर्थन मिलने की संभावना है। उन्होंने कहा कि सामान्य आधार और निचले स्तर के PV और LCVs में मंदी के कारण आने वाले सालों में टाटा मोटर्स के पैसेंजर और कमर्शियल व्हीकल बिजनेस में सुधार और धीमी वृद्धि रहेगी।
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